Moving the conversation from land to lands in contemporary India and beyond
Stories of Land
मेरठ में दलितों की ज़मीन छुड़वाने का ज़बरदस्त संघर्ष | चलचित्र अभियान
Massive Struggle to Free Dalit Lands in Meerut | ChalChitra Abhiyaan
https://www.youtube.com/embed/lgqrKYL4ehw
मेरठ ज़िले के पोहल्ली गाँव में कई दलितों ज़मीनें कुछ दबंगों द्वारा क़ब्ज़ाई जा रही है। गाँव के दलित अपनी ज़मीनें छुड़वाने की ज़बरदस्त आंदोलन की तैयारी में हैं। चलचित्र अभियान की एक रिपोर्ट।
Lands belonging to Dalits in Pohalli village of Meerut district have been illegally occupied by people from dominant castes. Dalits from the village are preparing for a massive movement to free their lands.
गाय के नाम पर फिर क़ब्ज़ाई दलितों की ज़मीनें | चलचित्र अभियान
Dalit Lands Grabbed Again for Cowshed | ChalChitra Abhiyaan
दो हफ़्ते पहले चलचित्र अभियान ने शामली ज़िले के बंतीखेड़ा गाँव में दलितों की ज़मीनों पर गौशाला के नाम पर कब्ज़ा होते हुए दिखाया। इस दौरान गाँव के दलितों ने प्रशासन के सामने इस मुद्दे को रखा। इसके बावजूद दलितों की ज़मीनों पर अब, गाँव की दबंग जाती के प्रधान
के आदेशों अनुसार गौशाला का निर्माण कार्य शुरू हो गया है।
ChalChitra Abhiyaan covers the unlawful land grab of Dalit lands in Shamli district's Bantikheda village. This was done under the garb of constructing a cowshed.
सहारनपुर में दलितों के पट्टें क़ब्ज़ाने की कोशिश | चलचित्र अभियान
Attempts at Seizing Dalit Lands in Saharanpur | ChalChitra Abhiyaan
सहारनपुर के उमरी गाँव में दलितों को मिले सरकारी पट्टे गाँव के दबंग हड़पने की कोशिश हो रही है। गाँव में कई बार पट्टों के चलते पहले भी हिंसा हो चुकी है। प्रशासन दलितों की मदद के लिए कुछ नही कर रहा है।
There have been constant attempts at forcefully grabbing plots of lands allotted to Dalits in Umri Village of Saharanpur district. The administration isn't doing anything to help the Dalits.
Adivasis and Land | Gladson Dungdung
A renowned adivasi activist, researcher and writer speaks on adivasis and land.
मिलिए- ओडिशा राज्य के सोरपाली गांव की पहली महिला पत्रकार जयन्ती से | खबर लहरिया
Meet Jayanti – First Woman Journalist from Sorpali village of Odisha | KhabarLahariya
30 वर्षिय जयन्ती बुरुदा ओडीसा राज्य के मालकानगिरी जिले के ग्राम सोरपाली की रहने वाली है। यह कोया आदिवासी समुदाय से है इनकी पढ़ाई एम- ए पत्रकारिता कोर्स किया है। जयन्ती अपनें इलाके कि पहली लड़की है जो कालिंगा टीवी चैनल की पत्रकार बन कर अपने इलाके कि खबरों को उजागर कर रही है। पर्ंतु उसकी खबरें बहुत कम चैन की जाती हैं इस लिए वह अपनें को कमजोर मानती है। जयन्ती कहती है की पुरूषों के बीच काम करती है कमी होने पर भी वह अपनी बात को नहीं कह पाती है।समाज और अपनें समुदाये से भी काफी खरी खोटी सुननी पडी़ हैं घर से निकल कर।जयन्ती को मिला कर उसके ग्यारह भाई बहन हैं पापा खेती का काम करते हैं।
मिलिए आदिवासी लेखन की उभरती युवा लेखिका जसिंता केरकेट्टा से | खबर लहरिया
Meet the Emerging Young Tribal Writer Writer Jacinta Kerketta | KhabarLahariya
जसिन्ता झांरखण्ड राज्य के रांची शहर के खोरहाटोली की रहने वाली आदिवासी समुदाय से हैं।इसको कविताएं लिखनें का बहुत शौक है ।इसकी कवितायें कई भाषा में अनुवाद भी किया गया है।यह एक पत्रकार भी है ,साथ ही कहानी लिखने का भी शौक रखती है। यह लगभग चार साल से यह सब काम कर रही है।
The second workshop of our lives of land project featured two women journalists from India's 'untouchable' Dalit castes. The journalists Meera and Shyamkali recorded video stories of two other workshop participants: the indigenous Adivasi poet Jacinta Kerketta, and indigenous reporter Jayanti Buruda. Struggles for land and resources, and struggles for agency in a patriarchal and hierarchical context unite these women from different parts of India.
I Will Save My Land | Radhika Menon (Tulika)
Tulika is India's leading publisher of multi-lingual books for children. We heard from them how diverse conceptions of land and nature are woven into stories for a younger audience, and how there is scope for more such writing. The Project PI is collaborating with Tulika to produce a book for children that will incorporate many of the themes explored in our workshops.